Tag: hindi poems

बचपन

बचपन के ये दिन हमेशा याद रहेंगे, भूले से भी कभी न भूलेंगे l वो झूलते हुए गिर जाना, फिर पूरा दिन आराम से सोना l स्कूल से छुट्टी के लिए बहाना बनाना, और अंत में खेलते कूदते चले जाना l वो दोस्तों के साथ देर से घर आना, और फिर आकर डांट खाना l …

यदि मैं पक्षी होती

यदि मैं पक्षी होती , तो दूर दूर तक उड़ती रहती कभी भी निचे न आती, बस दाना चुगने आती l ऊंचा ऊंचा उड़ती रहती, रोके भी न रुकती कोई मुझे बुलाता , तो भी मैं न सुनती l कभी मैं सहेलियों के साथ पकड़ा पकड़ी खेलती, कभी कभी तो बादलों में, खेलती लुका-छिपी l …